लोकसभा अध्यक्ष और इंदौर से मौजूदा सांसद सुमित्रा महाजन ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। इंदौर सीट से प्रत्याशी घोषित करने के भाजपा के असमंजस के बाद महाजन ने ये फैसला किया है।
आठ बार लोकसभा में सांसद रहीं महाजन ने दिल्ली में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सवाल किया, ‘‘भारतीय जनता पार्टी ने आज तक इंदौर में अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। यह अनिर्णय की स्थिति क्यों है? संभव है कि पार्टी को निर्णय लेने में कुछ संकोच हो रहा है।’’
उन्होंने ये भी लिखा कि वह इस संबंध में पार्टी के वरिष्ठों से पहले ही चर्चा कर चुकी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने निर्णय उनपर ही छोड़ा था।’’
उम्मीदवार की घोषणा को लेकर पार्टी के अभी भी असमंजस में होने का हवाला देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने भाजपा से नि:संकोच हो कर मुक्त मन से निर्णय करने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह घोषणा करती हूं कि मुझे अब लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ना है।’’ महाजन ने कहा, ‘‘अपेक्षा करती हूं कि पार्टी उम्मीदवार के नाम पर जल्दी ही फैसला करे ताकि आने वाले दिनों में सभी को काम करने में सुविधा होगी तथा असमंजस की स्थिति समाप्त होगी।’’
उन्होंने इंदौर की जनता से मिले प्रेम और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिले सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि इंदौर से पार्टी मेयर मालिनी गौड़ को उम्मीदवार बना सकती है।
अगर महाजन को टिकट नहीं मिलता है तो लाककृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और कलराज मिश्रा के बाद वह भाजपा की चौथी वरिष्ठ नेता होंगी जो इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनेंगे।